29℃ Madhya Pradesh

Get In Touch

आर्थिक राष्ट्रवाद’ की मुहिम में उतरे देश के व्यापारी,

Logo

आर्थिक राष्ट्रवाद’ की मुहिम में उतरे देश के व्यापारी,

 

कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने देशभर के व्यापारियों और नागरिकों से आर्थिक राष्ट्रवाद को अपनाने का आह्वान किया है। संगठन ने व्यापारियों से भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देने और उपभोक्ताओं से देशी वस्तुओं और स्थानीय उद्योगों का समर्थन करने की अपील की है। इस पहल का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेड इन इंडिया' विजन को ज़मीन तक पहुंचाना है।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने एक बयान में कहा,
आर्थिक राष्ट्रवाद आज देश की सबसे बड़ी आवश्यकता है। इस राह पर सभी को साथ लेकर चलना होगा।
उन्होंने दावा किया कि इस मुहिम में 9 करोड़ से अधिक व्यापारी सक्रिय भागीदारी निभाएंगे।

आर्थिक मजबूती और संप्रभुता का सवाल

खंडेलवाल ने कहा कि यह अभियान भारत की अर्थव्यवस्था और संप्रभुता को मजबूत करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि आर्थिक राष्ट्रवाद सिर्फ व्यापार की बात नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय गौरव, आर्थिक शक्ति और रणनीतिक आत्मनिर्भरता से जुड़ा मुद्दा है।

उन्होंने चिंता जताई कि विदेशी निवेश वाली ई-कॉमर्स कंपनियां और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म भारतीय बाज़ार को विदेशी और नकली उत्पादों से भर रहे हैं, जिससे देश का खुदरा व्यापार ढांचा प्रभावित हो रहा है।

विदेशी उत्पादों पर निर्भरता के खिलाफ आवाज

कैट वर्षों से चीनी और विदेशी उत्पादों के बहिष्कार की वकालत करता रहा है। संगठन का मानना है कि चीन जैसे देश भारत में अपने उत्पाद थोपने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भारतीय व्यापारी और लघु उद्योग इन प्रयासों को विफल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

नया आर्थिक ढांचा और जन जागरूकता अभियान

देशभर में फैले 9 करोड़ व्यापारियों के नेटवर्क के साथ कैट जागरूकता अभियानों, संपर्क कार्यक्रमों और जमीनी स्तर पर लोगों की भागीदारी के जरिए एक आत्मनिर्भर, टिकाऊ और राष्ट्रीय हितों पर आधारित आर्थिक ढांचे के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

खंडेलवाल ने अंत में कहा, "अब समय आ गया है कि हम विदेशी उत्पादों से हटकर भारतीय वस्तुओं को प्राथमिकता दें और प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत विजन को सशक्त बनाएं।"

img
Editor

Abhilash Shukla

A Electronic and print media veteran having more than two decades of experience in working for various media houses and ensuring that the quality of the news items are maintained.

Post a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

WhatsApp